हरिद्वार। उत्तराकाशी में आपदा प्रभावितों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक पहुंच चुके हैं। उन्होंने उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित गांवों में पहुंच कर पीड़ित परिवारों को राशन किट वितरित किया और नुकसान का जायजा भी लिया। मदद के लिए सामाजिक संगठन भी आगे आ रहे हैं।
शांतिकुंज की अधिष्ठात्री शैलदीदी के मार्गदर्शन में एक आपदा प्रबंधन बैठक आयोजित की गई, जिसमें राहत कार्यों की रूपरेखा तैयार की गई। उन्होंने घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तरकाशी में आई इस आपदा से गायत्री परिवार व्यथित है। उन्होंने मां गायत्री से प्रार्थना की कि हताहतों को शांति एवं शोकाकुल परिवारों को धैर्य प्रदान हो। शांतिकुंज इस संकट के समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।
राहत कार्य के लिए प्रशिक्षित आपदा प्रबंधन दल के सदस्य इन्द्रजीत सिंह के नेतृत्व में राहत दल उत्तरकाशी के लिए रवाना हुआ। इसमें शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी शामिल थे। शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि ने बताया कि राहत दल स्थानीय प्रशासन और प्रभावित परिवारों के संपर्क में है। टीम ने पीड़ितों की आवश्यकताओं का आंकलन करने के बाद उन्हें त्वरित सहायता देने की योजना बनाई है। अस्थायी भोजनालय, कपड़े, बर्तन, सूखा राशन और नाश्ते जैसी आवश्यक सामग्री का वितरण किया जाएगा। इससे पहले भी शांतिकुंज का आपदा प्रबंधन दल केदारनाथ, पिथौरागढ़, गुजरात भूकंप और नेपाल भूकंप जैसी गंभीर आपदाओं में सक्रिय रूप से सेवा दे चुका है।
पतंजलि ने भी भेजी सामग्री
बाबा रामदेव ने भी पतंजलि संस्थान से चार वाहन राहत सामग्री उत्तरकाशी भेजी है, जहां जिला प्रशासन के माध्यम से उनका वितरण कराया जा रहा है।
संघ के स्वयंसेवकों ने धराली में संभाली मदद की कमान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक पीड़ितों की मदद के लिए हमेशा सबसे पहले पहुंचते हैं। धराली में भी वे मदद के लिए पहुंच गए हैं। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दो सप्ताह का राशन किट वितरित किया। रेडुल, कलगाडी गांव में भी स्वयंसेवक सेवा कार्य करते नजर आए। हर्षिल, भटवाड़ी, गंगनानी और धराली से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंदों के घरों तक राशन किट पहुंचाई और यहां हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की।