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हरिद्वार में हो चुकी भगदड़ की भयानक घटनाएं, सैकड़ों लोग गंवा चुके जान, इस बार बच्चे भी चपेट में आए


हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ की घटना में 6 लोगों की जान चली गई. महज एक अफवाह की वजह से कई लोगों की सांसों की डोर टूट गई तो कई लोग अस्पताल की बेड़ पर पहुंच गए. इस हादसे में 12 साल के किशोर की भी मौत हुई है. जबकि, घायलों में 4 साल की बच्ची भी शामिल है. हरिद्वार में यह कोई पहला हादसा नहीं है, जब कई लोगों की जान गई हो, अतीत में भी कई ऐसे हादसे हुए हैं, जिसमें कई लोगों ने जान गंवाई है.

करंट फैलने की अफवाह से मची भगदड़: आज यानी 27 जुलाई की सुबह भी काफी संख्या में श्रद्धालु खुशी-खुशी मां मनसा देवी के दर्शन करने निकले थे तो कुछ दर्शन कर वापस लौट रहे थे, लेकिन करंट फैलने की अफवाह से अचानक भगदड़ मच गई. जिससे मनसा देवी मार्ग पर सीढ़ियों पर अफरा-तफरी मच गई. जो नीचे गिरा तो उठ ही नहीं पाया. लोग उसे कुचलते हुए आगे बढ़ गए. जिस वजह से 6 लोगों की जान चली गई. भगदड़ में 29 लोग घायल हो गए.

सबसे कम उम्र 12 साल के बच्चे की गई जान: मनसा देवी मंदिर भगदड़ में जान गंवाने वालों में सबसे कम उम्र 12 साल के आरुष का है. जो उत्तर प्रदेश के बरेली के सौदा का रहने वाला था. अगर घायलों की बात करें तो सबसे कम उम्र यूपी के धामपुर की 4 साल की एकांक्षी की है. फिर साढ़े 5 साल की अराधना कुमारी पुत्री विनोद शाह है, जो बिहार के भागलपुर की रहने वाली है. इसके बाद फिर बिहार के मोतिहारी की 6 साल की कृति भी शामिल हैं.

हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर (फोटो- ETV Bharat)

इन मासूमों को उनके माता-पिता मनसा देवी के दर्शन कराने लाए थे, लेकिन भगदड़ की चपेट में आ गए. यह हादसा कई परिवारों को गहरा और कभी न भूलने वाला जख्म दे गया. अभी कई घायल अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. कई घायलों की हालत इतनी गंभीर है कि उन्हें हरिद्वार जिला अस्पताल से एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है.

हरिद्वार में हो चुकी कई भगदड़ की घटनाएं: ऐसा नहीं है कि हरिद्वार में ये कोई भगदड़ का पहला मामला है. इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो कई भगदड़ की घटनाएं हो चुकी है. जिसमें कई लोग असमय ही जान गंवा चुके हैं. खास कर भगदड़ की घटनाएं हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान हुए हैं, लेकिन इन हादसों से कभी सबक नहीं लिया गया. हरिद्वार संत भी मानते हैं उन्होंने कई हादसे देखे हैं, इन हादसों से किसी ने कुछ नहीं सीखा है.

Stampede incidents in Haridwar

हरिद्वार में अब तक हुई भगदड़ की घटनाएं (फोटो- ETV Bharat GFX)

अब एक नजर हरिद्वार में अब तक हुई भगदड़ की घटनाओं पर डालते हैं. साल 1912 में हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान भगदड़ हुई थी. जिसमें 7 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद साल 1966 में भी कुंभ मेले के दौरान सोमवती स्नान पर भगदड़ होने से 12 लोगों की जान गई थी. इसके साल साल 1986 में कुंभ में भगदड़ होने से 52 लोगों की मौत हुई थी.

वहीं, साल 1996 में हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान सोमवती स्नान पर भगदड़ होने से 22 लोगों की जान गई थी. इसी तरह साल 2010 के कुंभ में भगदड़ होने से 7 लोगों की मौत हुई थी. जबकि, 11 लोग घायल हो गए थे. इसके अगले साल 2011 में गायत्री कुंभ में भगदड़ मचने से 20 लोगों की मौत हुई थी. अब 27 जुलाई 2025 को मनसा देवी मंदिर परिसर में भगदड़ मची. जिसमें 6 लोगों की मौत हुई. जबकि, 29 लोग घायल हो गए.

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