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अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 2025: 'हर चाल मायने रखती है', जानें 'चतुरंग' कैसे बना 'शतरंज' ?


हैदराबाद: हर वर्ष 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस मनाया जाता है, जो न केवल एक खेल के रूप में शतरंज के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि इसे एक बौद्धिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तन के उपकरण के रूप में भी प्रस्तुत करता है.

यह दिन 1924 में पेरिस में अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) की स्थापना की याद में मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 2025 की थीम ‘हर चाल मायने रखती है’ (Every Move Counts) रखा गया है. जो हमें यह याद दिलाती है कि जीवन और खेल, दोनों में ही हर निर्णय हमारे भविष्य को आकार देता है.

2025: सामाजिक शतरंज का वर्ष

FIDE के अध्यक्ष अर्कादी द्वोर्कोविच ने बुडापेस्ट में हुई महासभा में यह घोषणा की कि 2025 को “सामाजिक शतरंज का वर्ष” के रूप में मनाया जाएगा. इसका उद्देश्य शतरंज को समाज के उन वर्गों तक पहुंचाना है जो अक्सर हाशिए पर होते हैं – जैसे कैदी, वंचित बच्चे और युवा वर्ग. शतरंज के माध्यम से आत्म-विकास, अनुशासन, तर्कशक्ति और सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है.

शतरंज: एक खेल, एक संस्कृति, एक कला

शतरंज सिर्फ एक खेल नहीं है, यह वैज्ञानिक सोच, रणनीति और कला का मेल है. यह लोगों को न केवल मनोरंजन देता है, बल्कि जीवन में निर्णय लेने की क्षमता, धैर्य और विश्लेषण शक्ति भी विकसित करता है. संयुक्त राष्ट्र ने 12 दिसंबर 2019 को 20 जुलाई को “विश्व शतरंज दिवस” घोषित किया था, जिसे 1966 से FIDE के पहल पर मनाया जाता आ रहा है.

शतरंज का संक्षिप्त इतिहास

ऐसा कहा जाता है कि शतरंज की शुरुआत भारत के गुप्त काल (319–543 ई.) में हुई, जहां इसे ‘चतुरंग’ कहा जाता था. इसमें चार प्रकार की सेना होती थी – पैदल, घुड़सवार, रथ और हाथी – जो आज के प्यादे, घोड़े, हाथी और ऊंट के रूप में विकसित हुए. उसके बाद यह खेल फारस पहुंचा जहां इसे ‘चत्रंग’ और फिर ‘शतरंज’ कहा गया. अरबों और यूरोपीय देशों में फैलने के बाद, यह एक वैश्विक खेल बन गया. 13वीं सदी की ‘लिब्रो दे लॉस जुएगोस’ (Libro de los Juegos) नामक पुस्तक में इसके नियम आधुनिक शतरंज जैसे ही हैं.

शतरंज से बदलते जीवन

2025 को सामाजिक शतरंज का वर्ष घोषित करने के पीछे एक गहरी सोच है. दरअसल शतरंज से समाज सुधार, दुनियाभर में कई संगठन इसे बदलते जीवन का माध्यम बना रहे हैं.
नाइजीरिया में “एंकर हेरिटेज इनिशिएटिव” कैदियों के पुनर्वास में शतरंज को एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. इसका “100-दिवसीय शतरंज कार्यक्रम” कैदियों को मानसिक रूप से सशक्त बनाता है और उन्हें समाज में पुनः स्थापित करने की दिशा में काम करता है.

ब्राजील के रिबेराओ प्रेटो क्षेत्र में “Viva Chess Classes”, अलेक्जेंड्रे वेरगारा द्वारा शुरू की गई पहल है, जो सामाजिक रूप से पिछड़े बच्चों को आत्म-विश्वास, सोचने की शक्ति और सामूहिक भावना सिखा रही है.

मैक्सिको में कैदियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिससे उनके मानसिक विकास और सामाजिक सुधार को बल मिल रहा है.

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 2025 (Etv Bharat)

शतरंज के बारे में रोचक तथ्य

  • अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, रूस और भारत में लगभग 70% लोगों ने अपने जीवन में कभी न कभी शतरंज खेला है.
  • 605 मिलियन लोग नियमित रूप से शतरंज खेलते हैं.
  • 2024 में विश्व शतरंज समुदाय ने 24 घंटे में 7.28 मिलियन से अधिक खेल खेले जाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
  • शतरंज में दो चालों में भी मात देना संभव है.
  • सबसे उम्रदराज जीवित ग्रैंडमास्टर यूरी एवेरबाख 2022 में 100 वर्ष के हुए.

FIDE – शतरंज का एक वैश्विक संगठन

FIDE का पूर्ण रूप Fédération Internationale des Échecs है, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ होता है. ये दुनिया भर में चेस के प्रतियोगिताओं का संचालन करता है. इसकी स्थापना 1924 में पेरिस में हुई थी और इसका मुख्यालय आज लॉजेन (स्विट्जरलैंड) में है. इसका आदर्श वाक्य है, ‘Gens Una Sumus’ (हम एक परिवार हैं). FIDE को 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता दी गई थी.

हर चाल मायने रखती है जो इस साल केवल एक थीम नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है. शतरंज सिखाता है कि सोच-समझकर उठाया गया हर कदम भविष्य को आकार देता है, चाहे वह चेस बोर्ड पर हो या जीवन के बोर्ड पर. शतरंज एक शांतिपूर्ण युद्ध है, जिसमें जीतने के लिए तलवार नहीं, बुद्धि चाहिए.

वर्तमान FIDE रैंकिंग में भारत के तीन खिलाड़ी शामिल

रैंकिंग नाम देश रेटिंग जन्म-वर्ष
1 कार्लसन, मैग्नस नॉर्वे 2839 1990
2 नाकामुरा, हिकारू यूएसए 2807 1987
3 करुआना, फैबियानो यूएसए 2784 1992
4 प्रग्गनानंद आर भारत 2779 2005
5 एरीगैसी अर्जुन भारत 2776 2003
6 गुकेश डी भारत 2776 2006
7 अब्दुसत्तोरोव, नोदिरबेक उज्बेकिस्तान 2771 2004
8 फिरोजा, अलीरेज़ा फ्रांस 2766 2003
9 वेई, यी चीन 2748 1999
10 गिरि, अनीश नीदरलैंड 2748 1994

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