देहरादून: दो दिवसीय दिल्ली दौर पर रहे सीएम धामी उत्तराखंड लौट आए हैं. बुधवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने दिल्ली दौरे के दौरान पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात का जिक्र किया. वहीं उन्होंने रुद्रपुर में होने आयोजित होने वाली ग्राउंडिंग सेरेमनी में गृह मंत्री अमित शाह के शिरकत करने की बात कही है.
रुद्रपुर में आयोजित होने वाली ग्राउंडिंग सेरेमनी के सवाल पर सीएम धामी के कहा कि साल 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देहरादून में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था. इस समिट के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों के तमाम निवेशकों ने तीन लाख 54 हजार करोड़ रुपए के प्रस्तावों पर एमओयू साइन किया था. जिसमें से करीब एक लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग का काम तेजी से चल रहा है. ऐसे में इस ग्राउंडिंग ने प्रदेश में रोजगार सृजन, राजस्व प्राप्ति, डेवलपमेंट और औद्योगिकीरण के दृष्टिगत अच्छा लक्ष्य प्राप्त किया है. जुलाई माह में ही होनी वाली ग्राउंडिंग सेरेमनी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे.
रुद्रपुर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ग्राउंडिंग सेरेमनी (VIDEO-ETV Bharat)
पीएम मोदी से मुलाकात: गौर है कि दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली गए सीएम धामी ने पीएम के साथ ही तमाम केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की थी. जिसके सवाल पर सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से अत्यधिक प्रेम है. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड राज्य में तमाम योजनाएं आगे बढ़ी हैं, जिसमें ऑल वेदर रोड, भारतमाला श्रृंखला की सड़कें, हवाई कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य सेवाएं, रेल सेवाएं समेत हर क्षेत्र में पर्यटन बढ़ा है.
यात्रायों के लेकर मिला मार्गदर्शन: यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे से पर्यटन गतिविधियां बढ़ने के साथ ही शीतकालीन यात्रा को भी प्रोत्साहन मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान, चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा, कांवड़ यात्रा के साथ ही नंदा देवी राजजात यात्रा और कुंभ मेले से संबंधित योजनाओं को लेकर मार्गदर्शन लिया है.
बच्चों को श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान: उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चों को श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान दिया जाएगा. आगामी साल 2026 में शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र से बच्चों को श्रीमद्भगवद्गीता और रामायण पढ़ाए जाएंगे. हालांकि, इसी साल से स्कूलों में श्रीमद्भगवद्गीता का वाचन स्कूलों में शुरू हो गया है.
स्कूलों में श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ाए जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि कलिकाल में श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा शास्त्र और ग्रंथ है, जिसको पढ़ने से कलिकाल के प्रभाव से बचा जाता है. ऐसे में व्यक्ति नियम और संयम में रहता है. साथ ही उसका आत्मबल भी बढ़ता है. हर प्रकार से न्याय प्रिय होकर समभाव से काम करता है. ऐसे में श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ने से बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार आएंगे.
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