नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में फिक्की ने ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज’ कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में उप सेना प्रमुख (क्षमता विकास एवं संधारण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने भी संबोधित किया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मिली कामयाबी और इस दौरान तय की गयी रणनीतियों पर चर्चा की. उन्होंने कहा- ‘ऑपरेशन सिंदूर से कुछ सबक मिले हैं’.
डेटा आधारित युद्ध थाः उप सेना प्रमुख ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले की तरह इस दर्द को सहने की कोई गुंजाइश नहीं है. लक्ष्यों की योजना और चयन बहुत सारे डेटा पर आधारित था जो प्रौद्योगिकी और मानव खुफिया जानकारी का उपयोग करके एकत्र किया गया था.
#WATCH | Delhi: At the event ‘New Age Military Technologies’ organised by FICCI, Deputy Chief of Army Staff (Capability Development & Sustenance), Lt Gen Rahul R Singh says, ” … there are a few lessons from operation sindoor. the strategic messaging by leadership was… pic.twitter.com/V819ZmCbv9
— ANI (@ANI) July 4, 2025
21 लक्ष्यों की हुई थी पहचानः लेफ्टिनेंट राहुल ने कहा कि पाकिस्तान और पीओके स्थित कुल 21 लक्ष्यों की पहचान की गई थी. जिसके बाद इनमें से नौ टारगेट को निशाना बनाने का फैसला किया गया. उन्होंने कहा,- “यह आखिरी दिन या आखिरी घंटा था जब यह निर्णय लिया गया कि इन नौ लक्ष्यों पर हमला किया जाएगा. यह निर्णय लिया गया कि तीनों सेनाओं के बीच सही संदेश जाएगा कि हम वास्तव में एक एकीकृत बल हैं.”
लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह शुक्रवार को नई दिल्ली में फिक्की द्वारा आयोजित ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज’ प्रदर्शनी का दौरा करते हुए. (IANS)
लेफ्टिनेंट राहुल ने कहा, “जब हम किसी सैन्य लक्ष्य पर पहुंचते हैं, तो हमें उसे रोकने की कोशिश करनी चाहिए. युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन इसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है. इसलिए मैं कहूंगा कि यह एक बहुत ही शानदार चाल थी जो उचित समय पर युद्ध को रोकने के लिए खेली गई थी…”
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानियेः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे. इस घटना के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सैन्य अभियान शुरू किया. करीब तीन से चार दिनों तक चले इस सैन्य अभियान के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ.

लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह शुक्रवार को नई दिल्ली में फिक्की द्वारा आयोजित कार्यक्रम में. (IANS)
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई नाकाम रहीः भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने 8-10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमलों का प्रयास किया. लेकिन भारतीय वायुसेना और थलसेना ने उन्हें नाकाम कर दिया. इस दौरान पाकिस्तानी एयरबेस, रडार सिस्टम और कंट्रोल सेंटर्स को भारी नुकसान पहुंचाया गया.
10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच भूमि, वायु और समुद्र पर सैन्य कार्रवाई रोकने का समझौता हुआ.
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