रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग बस हादसे को 24 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है. लेकिन अभी तक ना तो अलकनंदा नदी में गिरी बस का पता चल पाया है. ना ही हादसे के बाद से लापता 9 लोगों की कोई खबर है. कल सुबह 7.30 बजे जब हादसा हुआ तब से ही सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें रेस्क्यू के लिए सर्च ऑपरेशन में लगी हैं.
रुद्रप्रयाग बस हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन जारी : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में गुरुवार को हुए बस हादसे में लापता हुए 9 तीर्थयात्रियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. चौंकाने वाली बात तो ये है कि जो 31 सीटर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसका भी पता नहीं चला है. इस हादसे को आज शुक्रवार को 24 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है. सर्च ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है.
Uttarakhand CMO says, ” chief minister pushkar singh dhami has appealed to the people of the state and travelers to be extra cautious while traveling on mountain routes. describing the vehicle accident in rudraprayag today as unfortunate, the chief minister has expressed…— ani up=”” uttarakhand (@aninewsup) June 26, 2025
24 घंटे बाद भी 9 तीर्थयात्री लापता: गुरुवार सुबह जब दुर्घटना हुई तो तभी से सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोग बस और उसमें सवार लापता हुए 9 लोगों को ढूंढ रहे हैं. लेकिन उनका 24 घंटे से ज्यादा समय के बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है. यहां तक कि बस का मलबा भी नहीं मिल सका है.
सर्च में इसलिए आ रही दिक्कत: दरअसल उत्तराखंड में मानसून सक्रिय है. बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. अलकनंदा नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. जलस्तर बढ़ने के साथ ही नदी का पानी मटमैला है. इस कारण उसमें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है. यही सर्च और रेस्क्यू टीमों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है.
गोताखोरों के सामने भी अड़चन: गुरुवार को ही रुद्रप्रयाग के एसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा था कि गोताखोरों की मदद से सर्च और रेसक्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा. इसके साथ ही गुरुवार को ही गोताखोर टीम भी अलकनंदा नदी में पहुंच चुकी थी. लेकिन गोताखोरों के लिए अलकनंदा नदी का मटमैला पानी और तेज बहाव चुनौती बना हुआ है. कुल मिलाकर रुद्रप्रयाग के घोलतीर में हुए बस हादसे बाद राहत और बचाव कार्य रेस्क्यू टीमों के साथ ही जिला प्रशासन के लिए भी चुनौती बना हुआ है. अब रेस्क्यू टीमों का पूरा फोकस अलकनंदा नदी में रेस्क्यू पर ही है.
सीएम धामी ने दिए सुरक्षा के ये निर्देश : इधर इस हादसे से दुखी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों और राज्य के लोगों से पहाड़ी सड़कों पर यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए वाहन चलाने की अपील की है. सीएम ने कहा कि रेस्क्यू टीमें सर्च अभियान में जुटी हुई हैं. इसके साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग को भी जरूरी निर्देश दिए हैं.
सीएम धामी ने परिवहन विभाग के अफसरों से कहा कि पहाड़ी सड़कों पर चल रहे वाहनों की लगातार जांच-पड़ताल करें. खतरनाक मोड़ों और ढलानों को आसान बनाने के साथ ही चेतावनी बोर्ड लगाने को कहा है. सीएम ने कहा कि पैरिफिट और रेलिंग का भी प्रबंध किया जाए. सीएम ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लॉन्ग टर्म सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
गुरुवार को हुआ था रुद्रप्रयाग बस हादसा: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में गुरुवार सुबह तीर्थयात्रियों की एक बस अलकनंदा नदी में गिर गई थी. इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी. 8 लोग घायल हो गए थे. घायलों में से 4 लोगों का रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में और 4 लोगों का एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है. हादसे के बाद से 9 लोग अभी भी लापता हैं.
ये लोग हैं लापता: जो लोग अभी भी लापता चल रहे हैं, उनमें 5 लोग राजस्थान के हैं. 3 लोग गुजरात से हैं. एक व्यक्ति महाराष्ट्र से है. इनमें 28 से लेकर 77 साल तक के लोग शामिल हैं.
ये लोग हैं लापता
- रवि भवसार, निवासी उदयपुर, शास्त्री सर्किल, राजस्थान, उम्र 28 वर्ष
- मौली सोनी, निवासी एफ 601 सिलिकॉन पैलेस बाम्बे मार्केट, पूना कुभंरिया रोड गुजरात, उम्र 19 वर्ष
- ललित कुमार सोनी, निवासी प्रताप चौक गोगुण्डा, राजस्थान, उम्र 48 वर्ष
- संजय सोनी, निवासी उदयपुर, शास्त्री सर्किल राजस्थान, उम्र 55 वर्ष
- मयूरी, निवासी सूरत, गुजरात, उम्र 24 वर्ष
- चेतना सोनी, निवासी उदयपुर राजस्थान, उम्र 52 वर्ष
- चेष्ठा, निवासी ई 202 पर्वत सिलिकॉन पैलेस, आईमाता चौक सूरत, गुजरात, उम्र 12 वर्ष
- कट्टा रंजना अशोक, निवासी थाणे मीरा रोड, महाराष्ट्र, उम्र 54 वर्ष
- सुशीला सोनी, निवासी शास्त्री सर्किल, उदयपुर, राजस्थान, उम्र 77 वर्ष
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