वाशिंगटन: ईरान पर हमला करने के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने की कोशिश की. दावे के अनुसार ईरान के इस्लामी शासन ने ट्रंप को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा माना. इसके चलते उनकी हत्या के लिए सक्रिय रूप से प्रयास किया.
इजरायली प्रधानमंत्री ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि ईरान ट्रंप को मारना चाहता है. ट्रंप ईरान के लिए दुश्मन नंबर एक हैं क्योंकि वह एक निर्णायक नेता हैं. वह बहुत बलशाली रहे हैं, इसलिए उनके लिए वह दुश्मन नंबर एक हैं. ईरान अमेरिका परमाणु समझौते को लेकर कहा कि वो ईरान का दिखावा था.
नेतन्याहू का दावा- ईरान ने 20000 मिसाइलें तैयार की
इजरायली पीएम नेतन्याहू के अनुसार ईरान ने यूरेनियम को बढ़ाने पर जोर दिया ताकि परमाणु बम बना सके. इसके साथ ही बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की क्षमता में अचानक बढ़ोतरी की. ईरान ने 3600 हथियार प्रति वर्ष बनाने की क्षमता हासिल की. तीन वर्षों के भीतर 10000 बैलिस्टिक मिसाइलें बनाई. इनमें से प्रत्येक का वजन एक टन था. 26 वर्षों में 20000 मिसाइलें तैयार की.
ईरान का परमाणु कार्यक्रम अस्तित्व के लिए खतरा: इजराइल
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि ईरान इस कदर अपने सैन्य अभियानों को आगे बढ़ाया कि वह उनके देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए खतरा बन गया. उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर अस्तित्व का खतरा मडरा रहा था. नेतन्याहू ने वही बात दोहराई जो उनका प्रशासन हमेशा से कहता रहा है.
उनका मानना है कि हमला करके इजरायल न केवल अपनी रक्षा कर रहा है बल्कि विश्व की भी रक्षा कर रहा है. ईरान के हमलों पर उन्होंने कहा कि ईरान ने किस तरह से ईजराइल पर हमले किए ये सभी ने देखा. मैक 6 की गति से ईजराइली शहरों पर मिसाइलें दागी जा रही थी. घर की बेडरूम की खिड़की में मिसाइल दागी गई. वे भी ईरानी शासन के निशाने पर थे. हालांकि कई प्रक्षेपास्त्रों को विफल कर दिया गया. नेतन्याहू ने कहा कि कोई भी देश इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता और इसलिए उन्हे भी कार्रवाई करनी पड़ी.
नेतन्याहू का दावा ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधा पहुंचाई
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के आक्रामक कदमों ने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को काफी पीछे धकेल दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार के साथ वार्ता स्पष्ट रूप से किसी नतीजे पर नहीं पहुंच रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश ईरान द्वारा विश्व के लिए उत्पन्न परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को समाप्त करने के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करने के लिए तैयार है.
ऑपरेशन राइजिंग लॉयन इतिहास का सबसे महान सैन्य अभियान: नेतन्याहू
नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के नाम से मशहूर इस अभियान को इतिहास के सबसे महान सैन्य अभियानों में से एक बताया. ईरानी शासन के बारे में कहा कि ईजराइल 50 वर्षों से इस्लामी शासन द्वारा प्रताड़ित है. वे लंबे समय से इजरायल को नष्ट करने की धमकी दी है.
नेतन्याहू ने खुद को ट्रंप का जूनियर बताया
ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को खतरे में डालने में खुद को ट्रंप का ‘जूनियर पार्टनर’ बताया. नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश परमाणु विनाश के खतरे का सामना कर रहा है. उनके पास आक्रामक कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.