Homeउत्तराखण्ड न्यूजमणिपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पांच जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट और...

मणिपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पांच जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवा सस्पेंड


इंफाल : मणिपुर में मैतेई नेता की गिरफ्तारी के बाद पांच जिलों में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. साथ ही इन जिलों में पांच दिनों तक के लिए इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को सस्पेंड कर दिया गया है.

इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर में मैतेई संगठन के नेता अरम्बाई तेंगोल के एक नेता और चार सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद यह निर्णय लिया गया.

वर्तमान हालात को देखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत इंफाल घाटी के पांच जिलों – इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है.

इसके बाद से ही मैतेई समुदाय के लोगों की आबादी वाले इन पांचों जिलों में पांच या उससे अधिक संख्या में लोगों के इकट्ठा होने के अलावा डंडा, पत्थर या फायर आर्म्स आदि को लेकर चलने पर रोक लगा दी गई है.

कर्फ्यू लगने के बाद तैनात सुरक्षा बल (IANS)

बता दें कि शनिवार देर रात इन जिलों में वीसैट और वीपीएन सुविधाओं समेत इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था.

इस संबंध में मणिपुर के आयुक्त सह सचिव (गृह) एन अशोक कुमार ने अपने आदेश में कहा है कि मणिपुर में विशेषकर इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कानून और व्यवस्था को देखते हुए आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं, इससे राज्य की कानून व्यवस्था पर असर पड़ सकता है.

फिलहाल इंफाल घाटी के पांच जिलों में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. वहीं इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में केंद्रीय और राज्य बलों की एक बड़ी टुकड़ी को तैनात किया गया है. अरम्बाई तेंगोल सदस्यों की गिरफ्तारी के विरोध में काफी संख्या में पुरुष और महिला प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकेथेल और उरीपोक में सड़कों पर वाहनों के अलावा टायर और पुराने फर्नीचर जलाकर बंदियों को तुरंत रिहा करने की मांग की.

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कुछ प्रतिष्ठानों का घेराव भी किया.विपक्षी कांग्रेस ने मणिपुर में ताजा हिंसा को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की. राज्य कांग्रेस अध्यक्ष केशम मेघचंद्र सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि शांति के लिए बातचीत की कोई पहल नहीं हुई है और मणिपुर में संवैधानिक तंत्र की विफलता जारी है. मणिपुर के लोग गहरे दर्द में हैं और पूरी तरह से असहाय हैं.

ये भी पढ़ें- मणिपुर में लोकप्रिय सरकार के गठन का सिविल सोसायटी फेडरेशन ने समर्थन किया

एक नजर